भारत का हवाई हमला, पाकिस्तान में 26 लोगों की मौत

भारतीय रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया है कि इस हमले को 'ऑपरेशन सिंदूर' का नाम दिया गया है. इस बयान में कहा गया है कि, ''इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाकिस्तान के क़ब्ज़े वाले कश्मीर में आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया है, जहां से भारत पर आतंकी हमलों की योजना बनाई गई थी और उन्हें अंजाम दिया गया था." वहीं पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने भारत के पांच लड़ाकू विमानों को गिराया है. भारत ने इस दावे पर अब तक कुछ नहीं कहा है
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ़्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ़ चौधरी ने कहा है कि भारत के हवाई हमले और नियंत्रण रेखा पर हुई गोलीबारी में 26 लोगों की मौत हुई है जबकि 46 लोग घायल हुए हैं. नियंत्रण रेखा के नज़दीक गोलीबारी में भारत की ओर कम से कम 10 लोगों की मौत हुई है और 32 लोग घायल हुए हैं. भारतीय रक्षा मंत्रालय ने बुधवार तड़के अपने बयान में बताया था कि सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में 'कुल नौ ठिकानों' को निशाना बनाया है. इस मामले पर भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बुधवार को सुबह साढ़े 10 बजे प्रेस ब्रीफ़िंग की है. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत ने सीमापार से हो रहे हमलों का जवाब देने और इनका प्रतिरोध करने के अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर और पाकिस्तान के 'आतंकी ढाँचों' पर हमला किया है. प्रेस ब्रीफिंग में मिसरी ने कहा, "भारत की कार्रवाई केंद्रित, नपी-तुली और गैर-बढ़ावा देने वाली रही है...पहलगाम का हमला अत्यधिक बर्बरतापूर्ण था."
उन्होंने कहा कि इस हमले का मक़सद जम्मू-कश्मीर में सामान्य होती स्थिति को बाधित करने के लिए किया गया था, इसे प्रतिकूल रूप से प्रभावित करना था. उन्होंने कहा, "मक़सद था इस संघ राज्य क्षेत्र में विकास को नुकसान पहुँचाकर इसे पिछड़ा बनाए रखा जाए. इसके अलावा देश में सांप्रदायिक दंगे भड़काने की कोशिश भी की गई थी." उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने 'आतंकवादियों के ढाँचे' को ख़त्म करने के लिए कोई क़दम नहीं उठाए. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने बीबीसी को बताया है कि सात जगहों पर हमले हुए हैं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने कहा है कि पाकिस्तान को 'जवाबी कार्रवाई का पूरा हक़ है.' शहबाज़ शरीफ़ ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, ''दुश्मन ने पाकिस्तान की पाँच जगहों पर कायराना हमले किए हैं.'' उन्होंने भारत के इस हमले को ''एक्ट ऑफ़ वॉर'' बताया है. शहबाज़ शरीफ़ ने आगे अपनी पोस्ट में लिखा, "पाकिस्तान को भारत के इस एक्ट ऑफ़ वॉर का मुंहतोड़ जवाब देने का पूरा अधिकार है और मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है.''
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की पूरी आवाम पाकिस्तानी सेना के साथ खड़ी है और देश का मनोबल मज़बूत है. पाकिस्तान के पीएम ने कहा, ''पाकिस्तान और पाकिस्तानी सेना को अच्छे से पता है कि दुश्मनों से कैसे निपटा जाता है. हम कभी भी दुश्मन को उसके नापाक़ इरादों में कामयाब नहीं होने देंगे." पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने बीबीसी उर्दू से कहा है, "वो (भारत) ये दावा कर रहे हैं कि उन्होंने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है. मैं अंतरराष्ट्रीय मीडिया से कहूंगा कि वे सारे साइट खुद आकर देख लें कि ये आतंकी ठिकाने थे या सिविल आबादी थी, जिसमें हमारी दो मस्जिदें भी थी. एक बच्चा शहीद हुआ है. एक ख़ातून शहीद हुई है. मेरे पास ताज़ा आंकड़ा नहीं है शहादतों का. लेकिन ये सभी सात टारगेट जिनकी पुष्टि हुई है, इनमें से दो कश्मीर में और पांच पाकिस्तान में हैं. ये सभी टारगेट सिविल आबादी पर थे."
पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने भारत के हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए बीबीसी से बातचीत में कहा है कि "उन्होंने हमारी सीमा लांघी है." तरार ने जवाबी कार्रवाई के बारे में पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता की बातों को दोहराया है. अताउल्लाह तरार ने कहा, "यह हमला अनुचित है. यह पूरी तरह से बिना सोचे समझे किया गया आक्रमण है. हम निश्चित तौर पर जवाब देंगे. हमारी प्रतिक्रिया ज़मीन और हवा में जारी है." 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं. इस हमले में 26 लोग मारे गए थे.
भारत के हमले के बाद कश्मीर से सटी नियंत्रण रेखा पर हालात तनावपूर्ण हो गए हैं और वहां पर गोलीबारी की ख़बरें हैं. भारतीय सेना का कहना है कि ''पाकिस्तान ने एक बार फिर संघर्ष-विराम समझौते का उल्लंघन किया है.'' एक्स पर किए एक पोस्ट में भारतीय सेना ने कहा कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के "पुंछ-राजौरी क्षेत्र के भीमबर गली में गोलीबारी की है.'' बयान में आगे कहा गया है कि "भारतीय सेना उचित तरीके़ से इसका जवाब दे रही है." रॉयटर्स और एएफ़पी समाचार एजेंसी ने भारतीय सेना के हवाले से रिपोर्ट किया था कि पाकिस्तानी सेना की सैन्य कार्रवाई में जम्मू-कश्मीर में तीन भारतीय नागरिकों की मौत हुई है.
चश्मदीदों ने क्या बताया?... मुज़फ्फराबाद के रहने वाले शहनवाज़ ने बताया, "हम अपने घरों में गहरी नींद में थे, तभी धमाकों की आवाज़ों ने हमें झकझोर कर रख दिया. अब हम अपने परिवारों, महिलाओं और बच्चों समेत बाहर हैं और सुरक्षित जगहों की तलाश में भटक रहे हैं." शहर में डर का माहौल है, कई लोगों को आशंका है कि और हमले हो सकते हैं.
मुज़फ्फराबाद में बिलाल मस्जिद के पास जहां हमला हुआ है, वहां के रहने वाले मोहम्मद वहीद कहते हैं, "मैं गहरी नींद में था, जब पहले धमाके ने मेरे घर को हिला दिया." उन्होंने आगे बताया, "मैं तुरंत बाहर की ओर भागा और देखा कि बाक़ी लोग भी ऐसा ही कर रहे थे. हम अभी तक स्थिति को समझ भी नहीं पाए थे कि तभी तीन और मिसाइलें आकर गिरीं, जिससे पूरे इलाक़े में दहशत और अफरा-तफरी मच गई." वहीद का दावा है, "दर्जनों महिलाएं और पुरुष घायल हो गए हैं. लोग उन्हें यहां से करीब 25 किलोमीटर दूर सीएमएच अस्पताल ले जा रहे हैं. हम मुज़फ्फराबाद शहर के बहुत क़रीब हैं. पुलिस और सुरक्षा बल मौके पर पहुंच चुके हैं."

No comments

Powered by Blogger.